त्रियुगीनारायण मंदिर: उत्तराखंड में भगवान शिव और पार्वती के विवाह स्थल का पौराणिक इतिहास, यहाँ पहुँचने का मार्ग, यात्रा का सर्वोत्तम समय और विवाह का महत्व।
देवभूमि उत्तराखंड में पांच प्रमुख संगम स्थल है जिन्हें पंच प्रयाग के नाम से जाना जाता है:- देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग और विष्णुप्रयाग। इस ब्लॉग में हम पंच प्रयाग के नाम, उनके स्थान और उनके महत्व के बारे में जानेंगे :-
देवभूमि उत्तराखंड में स्थित हरिद्वार और ऋषिकेश दोनों प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है। हरिद्वार को 'हरि का द्वार' अथवा 'भगवान का द्वार' जबकि ऋषिकेश को ऋषियों की भूमि के रूप में जाना जाता है।
उत्तराखंड राज्य को यूं ही देव भूमि नहीं कहा जाता है; यह वह पवित्र भूमि है जहां भगवान शिव के कई धाम विराजमान है। पंच केदार (Panch Kedar) जो भगवान शिव के पवित्र धामों में प्रसिद्ध है।
तुंगनाथ मंदिर भगवान शिव के भक्तों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। यह मंदिर विश्व का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है और साथ ही या पंच केदार में से तृतीय केदार भी है।
केदारनाथ यात्रा, उत्तराखण्ड के प्रमुख ट्रेक्किंग स्थलों में से एक है, जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व का आनंद लिया जा सकता है। यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्यता और धार्मिक महत्व वास्तव में अद्वितीय है। केदारनाथ यात्रा किसी पिकनिक जैसा नहीं है। यह एक कठिन ट्रेक है जिसके लिए शारीरिक और मानसिक तैयारी की आवश्यकता है।